शब्द का अर्थ
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					धौल 					 :
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					स्त्री० [अनु०] १. हाथ के पंजे या हथेली से सिर पर किया जानेवाला आघात। क्रि० प्र०—जड़ना।—जमाना।—देना।—पड़ना।—मारना।—लगाना। पद—धौल-धप्पा या धौल-धप्पड़=परस्पर धौल और धप्पड़ मारना। २. आर्थिक आघात या धक्का। जैसे—दस रुपये की धौल तुम्हें भी लगी। क्रि० प्र०—पड़ना।—लगना। स्त्री० [सं० धवल] कानपुर, बरेली आदि में होनेवाली एक प्रकार की ईख। पुं० [सं० धवल] धौ का पेड़। धव। वि० १. उजला। सफेद। २. बहुत बड़ा। जैसे—धौल धूर्त=बहुत बड़ा धूर्त। पुं०=धवलगृह (धौरहर)।a				 | 
			 
			
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					धौलाई 					 :
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					स्त्री०=धवलता। 				 | 
			 
			
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